Wednesday, June 19, 2013

दिल्‍ली पुलिस की मिली भगत से अपराधियों के हौसले बुलंद


रविन्‍द्र द्विवेदी

     दिल्‍ली पुलिस सदैव आपके साथ का नारा देने वाली की जमीनी हकीकत कुछ और है। हाथी के दांत खाने के कुछ और दिखाने के और होते हैं। ज्ञात रहे कि उत्‍तम नगर निवासी शिल्‍पी जायसवाल और उसके परिवार को बलात्‍कार की साजिश में शामिल होने के फर्जी आरोप में जेल भेजने  और तिहाड़ जेल में बंद आरोपियों की पैरवी करने पर जान से मारने की धमकी देने पर आरोपी व अपराधी मानसिकता वाले उत्‍तम नगर के संजय इंक्‍लेव के निवासी किशन चन्‍द्र शर्मा के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करने एवं प्रार्थिनी के परिवार की जान-माल की रक्षा हेतु थाना  बिंदापुर के एस. एच. ओ., द.प. जिला के ए.सी.पी., डी.सी.पी. और दिल्‍ली के पुलिस आयुक्‍त को 25/03/2013 को ज्ञापन दिया गया था, मगर ज्ञापन पर दो महीना से ज्‍यादा बीत जाने के बाद भी अपराधी किशन चंद्र शर्मा पर कोई कार्यवाही नही की गयी।
     इतना ही नही शिल्‍पी जायसवाल ने एक बार फिर 29/05/2013 को द. प. जिला के डी.सी.पी. व दिल्‍ली के पुलिस आयुक्‍त को श्रीराम आधार फाऊण्‍डेशन एन.जी.ओ. के माध्‍यम से ज्ञापन दिया। मगर दिल्‍ली पुलिस के भ्रष्‍ट अधिकारी इन सारे ज्ञापनों को कूड़े के ढेर में फेंक दिया और आज भी वो अपराधी प्रापर्टी डीलर दिल्‍ली पुलिस के वरदहस्‍त से खतरनाक सांड की तरह छुट्टा घूम रहा है।
   
      ज्ञात रहे कि  प्रार्थिनी की परिचित श्रीमती पान कुमारी के बेटे आलोक के विरूद्ध  थाना बिन्‍दापुर में दिनांक 19.03.2013 को बलात्‍कार का एक मामला (एफ.आई.आर. 132 धारा 376/120 बी/506) दर्ज हुई। इस मामले में आरोपी आलोक, आलोक की मां पान कुमारी और आरोपी का भाई सोनू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों को 20.03.2013 को द्वारका न्‍यायालय की कोर्ट संख्‍या 513 में पेश किया गया। कोर्ट ने तीनों को तिहाड़ भेज दिया।
    प्रार्थिनी को पीडि़ता लड़की के पिता किशन लाल शर्मा ने 20.03.2013  को प्रार्थिनी के पति के साथ विशेष बातचीत करने के लिये अपने घर सी-39, राजापुरी रोड, संजय इंक्‍लेव, उत्‍तम नगर, दिल्‍ली पर बुलाया।
     प्रार्थिनी अपने पति राजीव कुमार के साथ किशन लाल शर्मा के घर पहुंची। किशन लाल शर्मा ने राजीव कुमार से कहा कि तू बहुत बड़ा पत्रकार बनता है अक्‍सर लोगों की मदद के लिये शासन-प्रशासन को पत्र भेजता है। अगर तूने आलोक और उसकी मां के मामले में पैरवी करने का प्रयास किया तो मैं अपनी बेटी पर दबाव डालकर पुलिस में बलात्‍कार की साजिश में शामिल होने का तेरा नाम भी लिखवा दूंगा और तू भी अपने परिचित की तरह तिहाड़ जेल की हवा खायेगा।
    किशन लाल शर्मा ने कहा कि एस. एच. ओ.  और आई. ओ. निर्मला शर्मा थाना बिंदापुर से हमारा अच्‍छा परिचय है और उनसे कहकर  मैं किसी भी समय तूझे किसी भी झूठे मामले में जेल भिजवा दूंगा।
     प्रार्थिनी शिल्‍पी जायसवाल अपने पति के खिलाफ अनुचित बातें सुनकर भयभीत हो गई और बौखला गयी। उसने किशन लाल शर्मा से तिहाड़ जेल में बंद आरोपियों से कोई वास्‍ता न रखने की बात कही। यह कहकर प्रार्थिनी अपने पति के साथ अपने घर वापस चली आई।
     23.03.2013 को प्रार्थिनी अपने पति राजीव कुमार के साथ उत्‍तम नगर बस टर्मिनल शनि बाजार में सामान खरीदने गयी थी। बाजार से वापस आते समय किशन लाल शर्मा उन्‍हें मिला और कहा कि तुम दोनों मेरी पीडि़ता बेटी के विषय में अफवाह फैला रहे हो कि वो गर्भवती थी। अगर यह अफवाह फैलाना नही छोड़ोगे तो हम तुम्‍हें जेल में बंद करवा देंगे। प्रार्थिनी ने किशन लाल शर्मा से कहा कि उनकी इस अफवाह में कोई भूमिका नहीं है और न ही  इस अफवाह के विषय में उन्‍हें कोई जानकारी है।
     किशन चंद्र शर्मा ने प्रार्थिनी और उसके पति से कहा कि पुलिस शिल्‍पी जायसवाल और उसके पति का फोन टेप कर रही है और उसके आदमी हर वक्‍त तुम्‍हारे उपर नजर गड़ाये हैं और बारीकी से तुम्‍हारी हर  गतिविधियों पर निगाह रख रहे हैं। अगर तिहाड़ जेल में बंद आरोपियों की पैरवी का जरा भी शक उन पर हुआ तो उन्‍हें व उनके बच्‍चों के साथ कोई गंभीर हादसा हो सकता है। यहां तक की उनकी जान भी जोखिम में पड़ सकती है।
     किशन चंद्र शर्मा ने अपनी धमकी में यह भी कहा कि वो प्रापर्टी डीलर है और उसका भाई जिम चलाता है और बड़े-बड़े गुण्‍डे पाल रखे हैं। जो भी आरोपियों की पैरवी में थाना या अदालत जायेगा, उसे जान से मरवा देगा। उसकी पुलिस में भी सांठ-गांठ  है और पुलिस से अपने प्रभाव से वो साफ बच जायेगा। इस धमकी से प्रार्थिनी और उसका पति बहुत डर गए और उन्‍हें अपनी व प‍रिवार की जान-माल का खतरा पैदा हो गया।
     जान-माल का खतरा होने की वजह से शिल्‍पी जायसवाल  और उनका परिवार  बेहद डर गया और दिनांक 25 मार्च 2013 को आरोपी किशन चंद्र शर्मा एवं उसके असामाजिक तत्‍वों के विरूद्ध श्रीराम आधार फाऊण्‍डेशन के माध्‍यम से वरिष्‍ठ पुलिस अधिकारियों को लिखित शिकायत दर्ज कराकर अपने पति और बच्‍चों के साथ दिनांक 26 मार्च 2013 को अपने गांव चली गई, ताकि मामला समाप्‍त होने के बाद दिल्‍ली वापस आकर निर्भय और शांति पूर्वक रह सकें।
     किशन चंद्र शर्मा की छोटी बेटी मनीषा  उर्फ चेट्टी की अपने एक पुरूष मित्र से बातचीत का ऑडियो कैसेट मिला है, जिसमें वो अपने पुरूष मित्र से कह रही है कि ओम के पापा यानी  राजीव कुमार के दिल्‍ली पहुंचते ही उसकी बड़ी बहन मेरे पिता का इशारा  पाकर राजीव और उनके मित्र चंदू का नाम लेगी कि ये लोग मेरे घर पर रिवाल्‍वर लेकर आये मुझे और मेरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी। फिर मेरे पिता पुलिस में अपनी जान-पहचान का फायदा उठाकर राजीव और चंदू को तिहाड़ जेल भिजवा देंगे।
     ऑडियो कैसेट में मनीषा उर्फ चेट्टी ने अपने पुरूष मित्र से यह भी कहा कि मेरे पिता किशन चंद शर्मा राजीव के गांव से लौटने के बाद खूब मारेंगे और अपने गुण्‍डों से पिटवायेंगे। उसने यह भी कहा कि पुलिस में किशन चंद्र शर्मा की अच्‍छी पहचान होने के कारण  राजीव तथा चंदू के पूरे परिवार को जेल में बंद करवा देंगे।
     उपरोक्‍त ऑडियो सी.डी. से स्‍पष्‍ट होता है कि किशन चंद्र शर्मा शिल्‍पी जायसवाल के पति‍ राजीव कुमार को झूठे केस में फंसाने के लिये किसी भी हद तक जा सकता है और उनके परिवार के साथ कभी भी किसी भी हादसे  अंजाम दे सकता है। सीडी में उसकी बेटी ने साफ-साफ कहा है कि उसका बाप उसके पूरे परिवार को फंसाकर जेल की हवा खिलायेगा।
     किशन चंद्र शर्मा शिल्‍पी जायसवाल के परिवार से इतना चिढ़ा है कि वह उन्‍हें व उनके  परिवार के लोगों को फंसाने के लिये किसी भी सीमा तक जा सकता है। शर्मा पुलिस के साथ मिलकर श्रीमती जायसवाल के घर पर कोई नशीला पदार्थ रखवाकर उन्‍हें फंसवा सकता है, अपने ही बच्‍चों को गायब कर उन्‍हें अपहरण की साजिश में फंसवा सकता है। वह अपने ही घर में गोली चलवाकर, बम विस्‍फोट करवाकर उनके  पति पत्रकार राजीव कुमार व पूरे परिवार को फंसवा सकता है।
     ज्ञात रहे कि किशन चंद्र शर्मा जब विष्‍णु प्रकाश दूबे के निवास आर-जेड-34, मानसकुंज, उत्‍तम नगर, दिल्‍ली में किराये पर रहता था तब उसके उपर किसी ने जान लेवा हमला किया था। इस व्‍यक्ति की हमेंशा किसी न किसी से दुश्‍मनी रहती है इसलिये भविष्‍य में पुन: इस व्‍यक्ति के उपर कोई हमला होता है तो इसके लिये शिल्‍पी जायसवाल का परिवार किसी भी हाल में जिम्‍मेदार नही होगा ऐसा उन्‍होने अपने ज्ञापन में कहा है।
     अपराधी किशन चंद शर्मा की ताकत उसका जिम वाला भाई है, जब जरूरत होती है तो उसके भाई के जिम के गुण्‍डे उसका साथ देने के लिये आ जाते हैं। इसके साथ किशन चंद्र शर्मा के कई ऐसे दोस्‍त हैं जो खूंखार अपराधी प्रवृत्ति के हैं जो किशन चंद्र शर्मा की मदद करते हैं। किशन चंद्र शर्मा ऐसे अपराधी प्रवृत्ति के मित्रों के बल पर शिल्‍पी जायसवाल के परिवार को  धमकाता रहता है।
    किशन चंद्र शर्मा अपनी बेटी के बलात्‍कार के आरोप को अपने विरोधी के खिलाफ उसका भरपूर लाभ उठाना चाहता है। यानी जो भी किशन चंद्र शर्मा का विरोध करेगा उसकी बेटी बलात्‍कार पीडि़ता होने के नाते उसे बलात्‍कार के आरोपी के मददगार के रूप में, जान से मारने की धमकी देने के इल्‍जाम में गिरफ्तार करवा देगी, जिसका खुलासा किशन चंद्र शर्मा की बेटी मनीषा उर्फ  चेटीके द्वारा अपने पुरूष मित्र से बातचीत की ऑडियो सीडी से हो गया है।
     ज्ञापन में शिल्‍पी जायसवाल ने यह भी कहा है कि किशन चंद्र शर्मा अपनी बड़ी बेटी, दूसरी छोटी बेटी मनीषा उर्फ चेटी और अपनी पत्‍नी सीता शर्मा को आगे कर उनके पति राजीव कुमार पर कोई भी गंदे, घिनौने आरोप लगवा सकती है, यदि भविष्‍य में इस तरह के आरोप लगता है तो वो पूरी तरह से गलत व बेबुनियाद होगा।
    भविष्‍य में उनके पति राजीव कुमार व हमारे परिवार के उपर कोई हमला होता है तो इसके लिये किशन चंद्र शर्मा व उसका परिवार और उसके गुण्‍डे मित्र व उसका समर्थन करने वाले कुछ प्रापर्टी डीलर जिम्‍मेदार होंगे।    पत्रकार राजीव कुमार 27.05.2013 को दिल्‍ली आये हैं और उसके बाद से उन्‍हें धमकियां मिलनी शुरू हो गयी।
     दिनांक 25 मार्च 2013 व इसके बाद 29 मई 2013 को आरोपी किशन चंद्र शर्मा एवं उसके सामाजिक तत्‍वों के विरूद्ध श्रीराम आधार फाउण्‍डेशन के माध्‍यम से वरिष्‍ठ पुलिस अधिकारियों को लिखित शिकायत दर्ज करवाई गई थी, मगर आरोपी किशन चंद्र शर्मा के विरूद्ध पुलिस ने अभी तक कोई कार्यवाही नही की।
          शिल्‍पी जायसवाल ने आगे मांग की है कि प्रार्थिनी और उसके पति को बलात्‍कार की साजिश में अपनी बेटी के माध्‍यम से फंसाने, तिहाड़ जेल में बंद आरोपियों की पैरवी करने से जबरन रोकने, प्रार्थिनी और उसके पति व परिवार की हत्‍या करवाने की धमकी देने के आरोप में धमकी देने वाले किशन चंद्र शर्मा के विरूद्ध समुचित धाराओं में एफ.आई.आर. दर्ज कर उसे गिरफ्तार करवायें।
    यदि प्रार्थिनी पति व बच्‍चों के साथ घर या घर के बाहर कोई हादसा होता है तो उसके लिये जिम्‍मेदार किशन चंद्र शर्मा और उसके गुण्‍डे होंगे। प्रार्थिनी व उसके परिवार की हिफाजत की जाये।
आरती मिश्र को भी धमकियां मिलती हैं
     धम‍की देने का सिलसिला यहीं नही थमता। शिल्‍पी जायसवाल की परिचित आरती मिश्र को भी किशन चंद्र शर्मा बुरी तरह धमकाता था कि यदि तुम पैरवी में आगे आयी तो तुम्‍हारे पूरे परिवार जेल में सड़ेंगे। इन्‍ही धमकियों से आजिज आरती मिश्र ने शिल्‍पी जायसवाल के साथ अपनी शिकायत थाने से लेकर पुलिस आयुक्‍त तक करायी थी। मगर प्रापर्टी डीलर  के पैसे का कमाल देखिये कि बिंदापुर थाना, दिल्‍ली की आई. ओ. व सब इंस्‍पेक्‍टर निर्मल शर्मा नं0 डी 1414 पीआईएस नं0 24860002  ने उस अपराधी आरोपी का पक्ष लेते हुये दिनांक 30 मार्च 2013 को अपने मोबाइल फोन नं0 9911922946 से आरती मिश्रा के फोन नं0 9716949468 पर फोन करके कहा कि अपनी शिकायत तुरंत वापस ले लो अगर शिकायत वापिस नहीं ली तो तुम्‍हारा नाम भी बलात्‍कार और बलात्‍कार की साजिश में शामिल आरोपियों के नामों की सूची में चार्ज-सीट में डाल दूंगी और तुम्‍हें और तुम्‍हारे पति को अंदर करवा दूंगी। वह अपराधी निर्मल शर्मा की मदद से साजिश पर साजिश रचता जा रहा है निर्मल शर्मा उसे नये-नये गुर सिखाते जा रही हैं। ऐसे पुलिस अधिकारियों के चलते दिल्‍ली में अपराधियों के हौसलें बुलंद है।

    (लेखक रामाधार फाउंडेशन एनजीओ के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष व अखिल भारत हिन्‍दू महासभा दिल्‍ली प्रदेश के अध्‍यक्ष हैं)


Tuesday, June 11, 2013

पुलिस उत्‍पीड़न के खिलाफ रविन्‍द्र द्विवेदी आमरण अनशन पर


अखिल भारत हिन्‍दू महासभा के उत्‍तर भारत के प्रभारी व दिल्‍ली प्रदेश के अध्‍यक्ष रविन्‍द्र द्विवेदी कल 12 जून दोपहर बारह बजे से दिल्‍ली पुलिस मुख्‍यालय के समक्ष आमरण अनशन करेंगे। ज्ञात रहे कि करीब दो महीने पहले दिल्‍ली विश्‍व विद्यालय के पास दिल्‍ली मेट्रो पुलिस ने रेहड़ी पटरी वाले कामगारों को वहां से जबरन हटा दिया जिससे उनकी आजीविका पर घोर संकट आ गया। तत्‍पश्‍चात कश्‍मीरी गेट दिल्‍ली मेट्रो पुलिस के एसीपी, डीसीपी से बात करने के बाद भी परिस्थितियां ज्‍यों की त्‍यों रही।


वहीं बिंदापुर थाने में उत्‍तम नगर निवासी शिल्‍पी जायसवाल व आरती मिश्रा के परिवार को बलात्‍कार की साजिश में शामिल होने के फर्जी आरोप में जेल भेजने और तिहाड़ जेल में बंद आरोपियों की पैरवी करने पर जान से मारने की धमकी देने पर आरोपी व अपराधी मानसिकता वाले उत्‍तम नगर के संजय इंक्‍लेव के निवासी किशन चन्‍द्र शर्मा के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करने एवं प्रार्थिनी के परिवार की जान-माल की रक्षा हेतु थाना बिंदापुर के एस. एच. ओ., द.प. जिला के ए.सी.पी., डी.सी.पी. और दिल्‍ली के पुलिस आयुक्‍त को 25/03/2013 को रामाधार फाऊण्‍डेशन के माध्‍यम से ज्ञापन दिया गया था, मगर ज्ञापन पर दो महीना से ज्‍यादा बीत जाने के बाद भी अपराधी किशन चंद्र शर्मा पर कोई कार्यवाही नही की गयी।


इतना ही नही शिल्‍पी जायसवाल व आरती मिश्रा ने एक बार फिर 29/05/2013 को द. प. जिला के डी.सी.पी. व दिल्‍ली के पुलिस आयुक्‍त को श्रीराम आधार फाऊण्‍डेशन एन.जी.ओ. के माध्‍यम से ज्ञापन दिया। मगर दिल्‍ली पुलिस के भ्रष्‍ट अधिकारी के वरदहस्‍त से वह अपराधी छुट्टा घूम रहा है। इतना ही नही बिंदापुर थाना, दिल्‍ली की आई. ओ. व सब इंस्‍पेक्‍टर निर्मल शर्मा नं0 डी 1414 पीआईएस नं0 24860002 ने उस अपराधी आरोपी का पक्ष लेते हुये दिनांक 30 मार्च 2013 को अपने मोबाइल फोन नं0 9911922946 से आरती मिश्रा के फोन नं0 9716949468 पर फोन करके कहा कि अपनी शिकायत तुरंत वापस ले लो अगर शिकायत वापिस नहीं ली तो तुम्‍हारा नाम भी बलात्‍कार और बलात्‍कार की साजिश में शामिल आरोपियों के नामों की सूची में चार्ज-सीट में डाल दूंगी और तुम्‍हें और तुम्‍हारे पति को अंदर करवा दूंगी। वह अपराधी निर्मल शर्मा की मदद से साजिश पर साजिश रचता जा रहा है निर्मल शर्मा उसे नये-नये गुर सिखाते जा रही हैं।


इन्‍हीं मांगों को लेकर हिन्‍दू महासभा के नेता रविन्‍द्र द्विवेदी पुलिस मुख्‍यालय के समक्ष आमरण अनशन करेंगे। जब तक दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही नही हो जाती रविन्‍द्र द्विवेदी अपना अनशन जारी रखेंगे।

Monday, February 18, 2013

बलात्कार कानून की आड़ में निर्दोष पुरूषों का उत्पीड़न दिल्‍ली पुलिस कर रही है


गिरफ्तार नेताओं ने प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा
सुशील शिंदे की बर्खास्तगी, यासीन मलिक की गिरफ्तारी और बलात्कार कानून की आड़ में निर्दोष पुरूषों का उत्पीड़न रोकने हेतु हिन्दू महासभा ने जन्तर-मन्तर पर प्रदर्शन किया और गिरफ्तारी दी

            अखिल भारत हिन्दू महासभा दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष रविन्द्र द्विवेदी के नेतृत्व में हिन्दू महासभा के कार्यकर्ताओं ने जन्तर-मंतर पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी हिन्दू आतंकवाद पर बयान देने के लिये गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे को बर्खास्त करने, पाकिस्तान जाकर मोस्ट वाण्टेड आतंकवादी हाफिज सईद के साथ अफजल को फांसी के विरोध में धरना देने पर जेकेएलएफ के नेता यासीन मलिक को राष्ट्रªद्रोह के आरोप में गिरफ्तार करने, बलात्कार कानून की आड़ में निर्दोष पुरूषों का उत्पीड़न बन्द करने, दहेज उत्पीड़क का साथ देने व सुधा के साथ अन्याय के लिये सराय रोहिल्ला थाना प्रभारी को बर्खास्त करने, फर्जी बलात्कार के आरोप में तिहाड़ जेल में बंद दीपक गुप्ता और अजय गुप्ता रिहा करने की ंमांग कर रहे थे। अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शनकारियों ने थाना संसदमार्ग में अपनी गिरफ्तारी दी। बाद में प्रदर्शनकारियों को बिना शर्त रिहा कर दिया गया।

प्रदर्शनकारी दोपहर 12 बजे हिन्दू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष रविन्द्र द्विवेदी के नेतृत्व में जन्तर-मंतर पर एकत्र हुये और जमकर नारेबाजी की। रविन्द्र द्विवेदी ने अपने संबोधन में गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे पर पाकिस्तान के इशारे पर हिन्दू और भगवा को आतंकवाद से जोड़कर देश के बहुसंख्यक हिन्दू समाज की देशभक्ति को अपमानित किया है। उनके बयान को आधार बताते हुये हाफिज सईद ने भारत को वैश्विक स्तर पर आतंकवादी देश घोषित करने का दुःस्साहस दिखाया। इसलिये शिंदे को तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिये। कार्यवाहक अध्यक्ष ने अपने संबोधन में यासीन मलिक के पाकिस्तान में हाफिज सईद के साथ धरना देने का प्रथम दृष्टया राष्ट्रद्रोह का अपराध बताया। उन्होंने कहा कि ऐसे राष्ट्रद्रोही की जगह जेल में है। उन्हें तत्काल गिरफ्तार किया जाये।

बलात्कार के फर्जी आरोप



हिन्दू स्वराज्य सेना के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष ने अपने संबोधन में बलात्कार कानून की आड़ में पुरूषों के उत्पीड़न का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि बलात्कार के फर्जी आरोप की एफआईआर संख्या 3/2013 थाना मण्डावली में अजय गुप्ता और दीपक गुप्ता तिहाड़ जेल में बंद है। जिस दिन बलात्कार का आरोप लगाया गया है, उस दिन मुख्य आरोपी दीपक गुप्ता संत कबीर नगर उ0प्र0 में एक शादी में शामिल में था। शादी की सीडी और तस्वीरें पुलिस मुख्यालय और डीसीपी, पूर्वी दिल्ली को सौंपा गया, लेकिन पुलिस ने बिना जांच कराये ही उसकी प्रमाणिकता से इंकार किया। उन्होंने तत्काल दोनों को तिहाड़ से रिहा करने की मांग की। जो लड़की आरोप लगा रही है वो परोक्ष रूप से 15 लाख रूपये की मांग कर रही है व उसका चरित्र भी ठीक नही है। पुलिस आज तक झूठे बलात्कार की मेडिकल रिपोर्ट नही प्रस्तुत कर पायी। लड़की के साथ जब रेप हुआ तो उसने थाने में प्राथमिकी क्यों दर्ज नही करवायी। लड़की का कहना है कि बलात्कार की सीडी भी बनायी  गयी है तो पुलिस आरोपियों से बलात्कार की सीडी क्यों नही बरामद कर पायी।

सराय रोहिल्ला थाना प्रभारी को बर्खास्त करने की मांग

दहेज उत्पीड़न की शिकार सुधा कुमारी को आज तक न्याय नही मिल पाया। ऐसा इसलिये क्योंकि सराह रोहिल्ला का थाना प्रभारी दहेज उत्पीड़क व अभियुक्त दिनेश कुमार से मिली हुयी है जिसे जानबूझकर पुलिस गिरफ्तार नही कर रही है। सुधा कुमारी के पति दिनेश कुमार पुत्र बंगाली बाबू, निवासी सराह रोहिल्ला को तीस हजारी न्यायाल य और कड़कड़डूमा न्यायालय से तीन बार गिरफ्तार कर अदालत में प्रस्तुत करने का न्यायिक आदेश जारी किया जा चुका है। सराह रोहिल्ला का थाना प्रभारी दिनेश कुमार को गिरफ्तार नही कर रही है। दिनेश के पिता बंगाली बाबू द्वारा सन् 2004 में समाचार पत्र में प्रकाशित उस पब्लिक नोटिस को आधार बना रही है, जिसमें अभियुक्त दिनेश कुमार को संपत्ति से बेदखल करने का हवाला छपा है।
बंगाली बाबू ने सन् 2008 में अपने बेटे अभियुक्त दिनेश कुमार की बिना तलाक दिलाये दूसरी शादी की और उस शादी में शामिल हुआ। बेटे की दूसरी बहू को बेटे सहित अपने घर में रखा। अगर दिनेश कुमार से सन् 2004 में उसके पिता ने सारे रिश्ते समाप्त कर दिये थे तो सन् 2008 में उसकी शादी में शरीक होना और दूसरी बहू को अपने घर में रखना प्रमाणित करता है कि सन् 2004 में संपत्ति से बेदखल करने का पब्लिक नोटिस छपवाना महज एक नाटक था। पुलिस बंगाली बाबू पर दबाव बना सख्ती से पेश आये तो अभियुक्त दिनेश कुमार को गिरफ्तार किया जा सकता है।
अभियुक्त दिनेश कुमार को गिरफ्तार करने एवं दोषी पुलिसकर्मियों को विधि-सम्मत दण्डित करने की मांग पर 3 जनवरी, 2013 को पुलिस मुख्यालय पर प्रदर्शन कर पुलिस आयुक्त को संबोधित ज्ञापन भी दिया गया। दुर्भाग्यवश पुलिस मुख्यालय अपना आश्वासन पूरा करने में असफल रहा जिस कारण पुनः हिन्दू महासभा को बार-बार प्रदर्शन करना पड़ रहा है।
वक्ताओं ने जंतर-मंतर पर थाना बुराड़ी व सराय रोहिल्ला के थाना प्रभारी को बर्खास्त करने की मांग की। थाना बुराड़ी पर सन् 2010 से गायब ममता और उसके परिवार के आरोपियों को बचाने और अपहरण की प्राथमिकता दर्ज न करने का आरोप लगाया गया है। वक्ताओं ने कहा कि यह दिल्ली पुलिस का यह अमानवीय चेहरा है, जो प्रभावितों को न्याय की हत्या को बढ़ावा देता है। ऐसे पुलिस अधिकारियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नही जाना चाहिये और आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिये।
प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में थाना संसद मार्ग में गिरफ्तारी दी। गिरफ्तार नेताओं का एक प्रतिनिधि मण्डल प्रधानमंत्री कार्यालय गया और अपनी मांगों का ज्ञापन भी दिया। प्रतिनिधि मण्डल में उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली के प्रतिनिधि शामिल थे। गिरफ्तारी देने वालों में रमेश बाल्मीकि, विजय बहादुर सिंह संेगर, कन्हैया लाल राय, अशोक गिरी, रजनी सक्सेना, अधिवक्ता संजय चैधरी, सुरेश कुमार, मूलचंद्र, सुशील कुमार सहित भारी संख्या में कार्यकर्ता शामिल थे।